मानवीय उदात्त गुणों की परिपूर्णता बुद्धत्व का पावन संदेश

सृष्टि के उपक्रम में पूर्णिमा का विशेष महत्व है तो वही बुद्ध जन्म का भी सृष्टि के घटनाकालक्रक्रम में विशेष महत्व है !
निचलौल।पूर्णिमा तिथि को राजसुद्धोधन के घर में सिद्धार्थ गौतम का जन्म हुआ तो वही पूर्णिमा को ही कुशीनगर में भगवान बुद्ध ने महापरिनिर्वाण को प्राप्त किया !
बिहार के बोधगया में पूर्णिमा को ही भगवान बुद्ध ने बहुत ही तत्व को प्राप्त किया था ! उक्त बातें बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर मैदौली गांव के बुद्ध मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में चंद्रेश शास्त्री ने कही !
उन्होंने कहा – में दया, करुणा, वात्सल्य, ममता, क्षमा, आर्जव जैसे उदात्त मानवीय गुण है विचारात्मक का शक्ति को प्रबल बनाते हैं एवं मानव को परिपूर्ण बनाते हैं ! भगवान बुद्ध ने मानव जीवन को उड़ता गुणो से ही परिपूर्णता की बात कही है ! अधिवक्ता विजय तिवारी ने कहा भगवान बुद्ध ने हर जीव को मैत्री भाव अपने का संदेश दिया है ! इस संसार में ऊंच नीच के खाई को मिटा देनी चाहिए ! बुद्धत्व से ही शांति और सहिष्णुता के मार्ग की प्राप्ति होती है ! राजाराम चौधरी ने कहा – सत्य और करुणा को अपनाए बगैर मानव सही मायने में मानव नहीं हो सकता ! भगवान बुद्ध का पवन संदेश ही सही मायने में मानव को मानव बनाता है ! इससे पूर्व की आगंतुक अतिथि ग्राम प्रधान विदेह चौहान तथा अधिवक्ता विजय तिवारी ने भगवान बुद्ध के समक्ष दीप प्रज्वलित किया कैंडल जलाया ! उपस्थित सभी जनों ने पुष्पार्पित कर भगवान बुद्ध को बंदन किया ! कार्यक्रम में आगन्तुक अतिथि जनों को रमेश गौतम ने अपने हाथों से बने बुद्ध प्रतिमा को भेंट करते हुए सम्मानित किया !
कार्यक्रम संचालन सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रेश शास्त्री ने किया !
इस अवसर पर मीरा दीदी राजाराम चौधरी मोनू गौतम रवि किशन गौतम किशन गौतम ऋषिकेश गौतम अंकित कनौजिया ब्रह्मा चौहान की विशेष उपस्थिति रही !