बिहारउत्तर प्रदेशदेश

माघी पूर्णिमा एवं संत रविदास जयंती की पूर्व संध्या पर 127 वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम आयोजित

वाल्मीकिनगर – माघी पूर्णिमा एवं संत रविदास जयंती की पूर्व संध्या पर भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित संगम तट के बेलवा घाट परिसर में 127 वीं नारायणी गंडकी महा आरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

अंतर्राष्ट्रीय न्यास स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा आयोजित इस महाआरती कार्यक्रम का शुभारंभ थरुहट के निर्माता एचेल थारू, स्वरांजलि सेवा संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर संगीत आनन्द, संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्षा अंजु देवी, कामेश्वर श्रीवास्तव,निर्माता अरविंद अकेला, स्वास्थ्य कर्मी कुमारी संगीता ,गायिका चांदनी कुमारी, संतोष कुमार,एवं रौशन कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया।

संत रविदास के संदेशों पर विस्तृत चर्चा की गई। संगीत आनंद ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण संवर्धन के प्रति जन जागरूकता पैदा करना जरूरी है। ग्लोबल वार्मिंग खतरे की घंटी बजा रही है। एचेल थारू ने कहा कि 14 नवंबर 2012 से दैनिक चलंत दरिद्र नारायण भोज एवम् 06 नवम्बर 2014 से हर महीने की पूर्णिमा तिथि और विशेष अवसर पर नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का आयोजन होता है।

यह महा आरती वाल्मीकि नगर की पहचान बनती जा रही है। अंजु देवी ने कहा कि हमारी सभ्यता और संस्कृति नदियों के किनारे ही विकसित हुई है। लावारिस दिव्यांग जनों, जरूरतमंदों और मानसिक बीमारों को दैनिक चलंत दरिद्र नारायण भोज के माध्यम से हर दिन भोजन प्रदान करके हम मानवीय संवेदनाओं को शर्मसार होने से बचाते हैं। महा आरती के पश्चात चंद्रदेव को अर्घ्य दिया गया और विश्व शांति की कामना की गई। इस मौके पर रेखा देवी, गायिका मधु देवी, हिरमती देवी, तूफानी ठाकुर आदि की भूमिका सराहनीय रही। संचालन संगीत आनंद ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन मुख्य अतिथि एचेल थारू एवम् शिवचंद्र शर्मा ने किया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
.site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}