Life Styleउत्तर प्रदेश

जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर निकाली गई महिला सुरक्षा जागरूकता रैली 

वाराणसी।” नई सुबह एक उम्मीद सामाजिक संस्था ” के द्वारा नरिया वार्ड में स्थित बस्तियों की महिलाओं द्वारा जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर महिला सुरक्षा जागरूकता रैली का आयोजन किया गया l इस कार्यक्रम का संचालन संस्था अध्यक्ष ममता ने किया l इस रैली में बस्ती में स्थित महिलाओं ने महिला सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों के विषय में मंथन करते हुए लोगों को अपनी बेटियों की सुरक्षा हेतु जागरूकता रैली निकाला l

इस रैली के दौरान महिलाओं ने हैंड स्टिक स्लोगन के माध्यम से कई प्रकार के नारे जैसे – सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो, अब तुम्हें बचाने गोविंद न आएंगे l, निर्भया करती चीख पुकार, फिर भी चुप क्यों है सरकार l, नो मर्सी टू रेपिस्ट l , वी वांट जस्टिस l , हम सबकी है यही पुकार , रेपिस्टों को दो गोली मार l , स्टॉप वायलेंस अगेंस्ट वूमेन l, हम महिलाओं की है यही पुकार , हिंसा नहीं सुरक्षा दो सरकार ,l ) आदि नारे लगाकर लोगों को महिलाओं की सुरक्षा के प्रति जागरूक किया l संस्था अध्यक्ष ममता ने उपस्थित सभी महिलाओं को जागरुक करते हुए बताया कि वर्तमान समय में कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ दिल दहलाने वाली घटना ,यह महिलाओं की सुरक्षा पर कई सवाल खड़े करते हैं वर्तमान समय में लड़कियां और महिलाएं सुरक्षित नहीं है इसके पीछे कहीं ना कहीं सरकार के साथ-साथ हम सब की जागरूकता में भी कमी है हम सभी महिलाओं को अपने घर की लड़कियों को गुड टच और बैड टच के विषय में जानकारी देते हुए अपनी सुरक्षा किस प्रकार हमें करनी चाहिए इसकी भी ट्रेनिंग घर से तथा विद्यालयों में शुरू होनी चाहिए l

रैली के दौरान महिलाओं ने एकत्र होकर सरकार द्वारा हर विद्यालय में लड़कियों के लिए सेल्फ डिफेंस के लिए जूडो- कराटे की क्लासेज को भी पाठ्यक्रम में शमिल करने की अपील की ताकि हमारी बच्चिया जब बाहर निकले तो वह शारीरिक और मानसिक रूप से अपने को आने वाले संघर्ष के लिए तैयार कर सके l यह जिम्मेदारी परिवार से ही शुरू होनी चाहिए l रैली के दौरान महिलाओं ने अपने गली – मोहल्ले में घर-घर जाकर तथा रोड पर चलने वाले लोगों को रोक कर उनको महिलाओं की सुरक्षा हेतु जागरूक भी किया l क्षेत्र की आंगनवाड़ी आशा यादव जी ने महिलाओं को जागरुक करते हुए बताया कि पहले के समय में महिलाओं को अबला कहा जाता था लेकिन वर्तमान समय में लड़कियों और महिलाओं में पूरी शक्तियां अंतर निहित है उन्हें अपनी शक्तियों को पहचान कर आगे बढ़ना चाहिए क्योंकि महाभारत में द्रोपदी जी के चीर हरण पर कृष्ण भगवान ने उनकी लाज बचाई थी मगर वर्तमान समय में कोई भी लड़कियों और महिलाओं की रक्षा के लिए आगे नहीं आएगा इसलिए हम सबको खुद ही अब अपने हाथों में शस्त्र उठाना होगा और उनसे लड़ने के लिए खुद ही आगे आना होगा तभी हम सुरक्षित रह सकेंगे और सरकार की तरफ से भी दोषियों को कठोर से कठोर सजा जल्द से जल्द देने की व्यवस्था होनी चाहिए तभी महिलाओं के साथ हो रहे हिंसा में सुधार हो पाएगा l इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के विजय कुमार जी ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया l रैली के दौरान आंगनवाड़ी आशा यादव, श्याम प्यारी, आरती देवी, पूनम देवी, रेनू वर्मा ,रागिनी कुमारी, रुक्मिणी देवी, रेखा, किरन देवी ,कबूतरा ,प्रिया देवी, गीता ,गुड़िया , मुन्नी, हीरामनि ,नैना कुमारी, अंतिमा कुमारी ,गुड़िया देवी ,चंदा देवी, नीतू ,संजना, शिवानी आदि महिलाएं उपस्थित रही l

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
.site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}