उत्तर प्रदेश

रुदौली में सौहार्द की मिसाल: डॉ. निहाल रज़ा और रवीश अग्रवाल की अनूठी पहल

अयोध्या के रुदौली में बड़े मंगल के अवसर पर डॉ. निहाल रज़ा और रवीश कुमार अग्रवाल ने मिलकर ऐसा अनोखा भंडारा आयोजित किया, जो हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक बन गया। दोनों समाजसेवी खुद प्रसाद परोसते नजर आए, जिसमें पूड़ी, सब्ज़ी, बूंदी और शरबत का वितरण हुआ। रवीश अग्रवाल ने बताया कि यह आयोजन लखनऊ की 400 साल पुरानी परंपरा और नवाबी इतिहास से जुड़ा है। डॉ. निहाल रज़ा ने कहा, “इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म है।” आयोजन में हर धर्म और वर्ग के लोग शामिल हुए और एक स्वर में बोले, “धर्म नहीं, इंसानियत ज़िंदा रहनी चाहिए। स्थानीय लोगों ने इस पहल की दिल खोलकर सराहना की। 53 वर्षों से समाजसेवा में सक्रिय डॉ. रज़ा और रवीश अग्रवाल की जोड़ी आज रुदौली में सांप्रदायिक सौहार्द की पहचान बन चुकी है।

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