छत्तीसगढ़ में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर जेडीयू नेत्री शालिनी सिंह पटेल ने जताई कड़ी आपत्ति, गृह मंत्री अमित शाह को लिखा पत्र

बांदा : छत्तीसगढ़ में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस जघन्य घटना को लेकर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की वरिष्ठ नेत्री शालिनी सिंह पटेल ने गंभीर आपत्ति जताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। उन्होंने इस घटना को लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला करार देते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
शालिनी सिंह पटेल ने अपने पत्र में लिखा, “पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या से यह स्पष्ट हो गया है कि देश में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर हालात चिंताजनक हो गए हैं। पत्रकार केवल समाज का आईना होते हैं, जो सच्चाई को जनता तक पहुंचाते हैं। लेकिन जब उनके जीवन पर ही खतरा मंडराने लगे, तो यह पूरे लोकतंत्र के लिए गंभीर सवाल खड़े करता है।”
पत्रकारों की सुरक्षा पर सवाल
शालिनी सिंह पटेल ने इस घटना को आधार बनाकर देशभर में पत्रकारों की सुरक्षा की स्थिति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “देश के विभिन्न हिस्सों में पत्रकारों पर लगातार हमले हो रहे हैं। यह प्रवृत्ति न केवल लोकतंत्र को कमजोर कर रही है, बल्कि अपराधियों को भी निर्भीक बना रही है।” उन्होंने गृह मंत्री से आग्रह किया कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एक मजबूत राष्ट्रीय नीति बनाई जाए।
घटना का विवरण
पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या छत्तीसगढ़ के एक बीजापुर जिले में हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, उनकी हत्या अत्यंत क्रूर तरीके से की गई ठेकेदार के सेफ्टिक टैंक में लाश मिली , जिससे इलाके में दहशत फैल गई है। स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, अब तक तीन संदिग्ध की गिरफ्तारी हो सकी है मुख्य आरोपी साजिशकर्ता पकड़ से दूर है ।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद राज्य और देश के पत्रकार संघों में भारी आक्रोश है। पत्रकार संगठनों ने सरकार और प्रशासन पर सवाल उठाते हुए दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि अगर मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो वे विरोध प्रदर्शन करेंगे।
जेडीयू नेत्री शालिनी सिंह पटेल ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा, “यह मामला सिर्फ छत्तीसगढ़ का नहीं है, बल्कि पूरे देश में पत्रकारों की सुरक्षा की बिगड़ती स्थिति का प्रतीक है। यदि आज इस मामले पर कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो यह अपराधियों को और अधिक प्रोत्साहित करेगा।”
गृह मंत्री से की गई मांगें
शालिनी सिंह पटेल ने अपने पत्र में गृह मंत्री से निम्नलिखित मांगें रखी हैं:
1. मुकेश चंद्राकर के हत्यारों की तुरंत गिरफ्तारी व कठोर कार्यवाही ।
2. मामले की उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जांच।
3. पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एक राष्ट्रीय कानून का प्रावधान।
4. पत्रकारों पर होने वाले हमलों को गैर-जमानती अपराध घोषित करना।
लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर लगातार हमला
पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में, पत्रकारों पर हमलों की बढ़ती घटनाओं ने इस स्तंभ को कमजोर करने की कोशिशें तेज कर दी हैं। शालिनी सिंह पटेल ने इसे लोकतंत्र के खिलाफ एक गंभीर साजिश बताया।
भविष्य की कार्रवाई का इंतजार
फिलहाल, गृह मंत्रालय की ओर से इस पत्र पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन उम्मीद है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाएगा और दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में हुई इस घटना ने न केवल राज्य बल्कि पूरे देश में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन और सरकार इस घटना पर क्या कदम उठाते हैं और मुकेश चंद्राकर के परिवार को न्याय दिलाने में कितनी तेजी दिखाते हैं।