पटना बिहार के उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि सरकार के लिए बिहार का विकास प्राथमिकता है। विजयादशमी के मौके पर उन्होंने नए सरकारी बंगले में गृह प्रवेश किया। चौधरी ने कहा कि बंगला नहीं, लोग विवादित होते हैं। उन्होंने तेजस्वी यादव पर बंगले से सामान ले जाने के आरोपों को राजनीति प्रेरित
बता दें कि आज विजयादशमी के मौके पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने 5 देशरत्न मार्ग स्थित सरकारी बंगले में गृह प्रवेश किया। इस मौके पर उनकी तरफ से विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई अन्य नेता शामिल हुए। इस दौरान, उनसे पत्रकारों ने कई ऐसे सवाल पूछे, जिसे लेकर दिए गए उनके जवाबों ने बिहार में सियासी पारा बढ़ा दिया है।
सम्राट चौधरी से पूछा गया कि जो भी इस बंगले में आता है, वह दोबारा डिप्टी सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठ पाता है। इस पर उन्होंने बिना कोई भूमिका बांधे दो टूक कह दिया कि उन्हें दोबारा डिप्टी सीएम बनना भी नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि बंगला कभी भी विवादित नहीं होता है, बल्कि लोग विवादित होते हैं। मैं एक बार फिर से इस बात पर बल देना चाहता हूं कि हमारे लिए हमेशा से ही बिहार का विकास महत्वपूर्ण रहा है और आगे भी रहेगा।
उन्होंने आगे कहा, ‘बिहार में आसुरी ताकत है, उसे हमें बाहर भगाना है। बिहार में असत्य को हराना है। बिहार को विकास की तरफ ले जाना है। यही हमारा लक्ष्य है। हमारे लिए यह घर कोई मायने नहीं रखता है। मैं अपने घर में रहता हूं। मैं अपने माता- पिता के साथ रहता हूं। लेकिन, यह सरकारी घर है, तो यहां मैं सरकारी काम करूंगा।’
बता दें कि पहले इस बंगले में राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव रहा करते थे, लेकिन अपने पद से इस्तीफा देने के बाद उन्हें यह बंगला खाली करना पड़ा। इसके बाद, सम्राट चौधरी को यह बंगला दिया गया। हालांकि, बीते दिनों इस बंगले को लेकर भी खूब राजनीतिक बवाल देखने को मिला था, जब तेजस्वी यादव पर यह आरोप लगे कि वह बंगले का सारा सामान अपने साथ ले गए। राजद ने इन आरोपों को घटिया राजनीति से प्रेरित बताया था।