जदयू नेत्री शालिनी सिंह पटेल ने लगाया बड़ा आरोप कहा आबकारी विभाग कर रहा मानक विहीन काम

बांदा- जिले में अवैध शराब की बिक्री और नियमों के खिलाफ संचालित शराब की दुकानों को बंद कराने की मांग तेज हो गई है। जनता दल यूनाइटेड के जिला अध्यक्ष उमाकांत सविता के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी बांदा को सौंपा। इस ज्ञापन में जिले में संचालित 500 से अधिक अवैध शराब बिक्री केंद्रों को बंद कराने, आबकारी विभाग , बांदा की संलिप्तता की जांच कराने और बिहार की तर्ज पर शराबबंदी लागू करने की मांग की गई है।
अवैध शराब की बिक्री से बढ़ रही अपराध और सामाजिक बुराइयां,ज्ञापन में बताया गया कि बांदा जनपद में अवैध शराब बिक्री जोरों पर है। गांवों और कस्बों में नियमों को दरकिनार कर शराब की दुकानें चलाई जा रही हैं, जिससे स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिला अध्यक्ष उमाकांत सविता ने कहा,”अवैध शराब की बिक्री के कारण युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है। घरेलू हिंसा, अपराध और सड़क हादसों में भी वृद्धि हो रही है। प्रशासन इसे रोकने में पूरी तरह विफल साबित हुआ है।”
आबकारी विभाग की मिलीभगत का आरोप,जेडीयू के नेताओं ने लगाया कि जिले में शराब माफियाओं को आबकारी विभाग का संरक्षण प्राप्त है।”अगर प्रशासन सख्ती से कार्रवाई करे, तो अवैध शराब बिक्री पर रोक लगाई जा सकती है। लेकिन आबकारी विभाग के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से यह धंधा फल-फूल रहा है,” सविता ने कहा।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कई शराब की दुकानें नियमों के खिलाफ संचालित हो रही हैं। सरकारी नियमों के अनुसार, शराब की दुकानें स्कूल, धार्मिक स्थल और रिहायशी इलाकों से 100 मीटर की दूरी पर होनी चाहिए, लेकिन बांदा में यह नियम कहीं भी पालन नहीं किया जा रहा।
बिहार की तरह शराबबंदी की मांग़,जेडीयू ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि उत्तर प्रदेश में बिहार की तर्ज पर पूर्ण शराबबंदी लागू की जाए। बिहार में 2016 से शराबबंदी लागू है,जिससे वहां अपराध और घरेलू हिंसा में कमी आई है। उमाकांत सविता ने कहा,अगर बिहार में शराबबंदी सफल हो सकती है, तो उत्तर प्रदेश में भी इसे लागू किया जा सकता है। शराबबंदी से समाज में सकारात्मक बदलाव आएंगे, युवाओं का भविष्य सुरक्षित होगा और महिलाओं को घरेलू हिंसा से राहत मिलेगी।
500 अवैध शराब बिक्री केंद्रों को बंद कराने की मांग
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि जिले में 500 से अधिक स्थानों पर अवैध रूप से शराब बेची जा रही है। जेडीयू नेताओं ने मांग की कि इन सभी केंद्रों को तत्काल प्रभाव से बंद कराया जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
सख्त कानून और निगरानी: अवैध शराब बिक्री रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। आबकारी विभाग की जवाबदेही तय की जाए: यदि कोई अधिकारी मिलीभगत में पाया जाए, तो उस पर कार्रवाई की जाए। बिहार की तर्ज पर शराबबंदी लागू हो: इससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है।
बांदा जिले में अवैध शराब बिक्री एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जिससे समाज और परिवार प्रभावित हो रहे हैं। जेडीयू ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर सख्त कार्रवाई की मांग की है। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस पर कितना प्रभावी कदम उठाता है।
जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश महासचिव बृजेश सिंह एवं महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी सिंह पटेल की सहमति पर जिला अध्यक्ष उमाकांत सविता आदि ने घोषणा की है की जनहित में शीघ्र निर्णय लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ,उक्त संदर्भित प्रकरण में प्रभावी कदम उठावे,यदि जनहित में कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिए गए तो जनता दल यूनाइटेड पार्टी आंदोलन करने एवं सड़क में उतरकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
शालिनी सिंह पटेल महिला प्रदेश अध्यक्ष जेडीयू बृजनेश सिंह जदयू प्रदेश महासचिव, काशी प्रसाद, जिला अध्यक्ष नगर विकास जेडीयूबांदा गरिमा सिंह पटेल जदयू जिला अध्यक्ष समाज सुधार वाहिनी बांदा, भुवनेश्वर तिवारी ब्लॉक अध्यक्ष जेडीयू महुवा, ज्योति मौर्य नगर अध्यक्ष जदयू महिला प्रकोष्ठ अतर्रा, देवेश कुमार ओमर नगर अध्यक्ष जदयू बांदा, नारायणी नगर अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ ललिता देवी जिला सचिव महिला प्रकोष्ठ जदयू मीरा राजपूत, फिरोज अली, समूह गुड़िया देवी पूजा कश्यप नीतू निषाद, बृजेश सिंह जदयू जिला उपाध्यक्ष हुआ प्रकोष्ठ सद्दाम हुसैन जदयू जिला अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ बांदा पंकज सिंह, दिव्यांग प्रकोष्ठ जिला अध्यक्षजेडीयू बांदा श्रीराम प्रजापति , राघवेंद्र सिंह अजीत यादव संतोष अकेला आदि करीब एक सैकड़ा जदयू कार्यकर्ता सम्मिलित थे।