अटूट बंधन है भाई की परिभाषा- जिसमें वजन होगी,पर बोझ कभी नही-सागर कश्यप

अटूट बंधन है भाई की परिभाषा- जिसमें वजन होगी,पर बोझ कभी नही-सागर कश्यप
ठूठीबारी, महराजगंज
भाई एक ऐसा बंधन है जो आपके जीवन के प्रत्येक दिन आपकी आत्मा को लगातार प्यार, प्रशंसा,और खुशी से भर देने की छमता रखते हैं। आप के होने से मुझे बाज से भी ऊंची उड़ान भरने के पंख मिलते रहते हैं।
मेरे लिए आपका प्यार ही इस दुनिया में अनमोल है, “आप सर्वशक्तिमान द्वारा मुझे दिया गया सबसे प्यारा उपहार हैं,” जो परिभाषित के रूप में वजन तो होगी पर बोझ कभी नहीं जैसे शब्द आप पर आकर्षित करते हैं।
मैं स्वंय अपने आपको सौभाग्य और भाग्यशाली मानता हूँ, जो राम जैसे कर्तव्यनिष्ठ भाई मेरे पास है, और होते भी क्यूँ नहीं जब नाम में ही पूरा रहस्य समाहित है _
‘आकाश और सागर’ “तुम में भी मैं हूँ” क्योंकि भगवान भी जानते थे कि मुझे जीवन भर के लिए एक सबसे अच्छे भाई की ज़रूरत है ,और वो आप ही हो जो सदैव किसी खजाने से कम नहीं। आप मेरे जीवन को मज़ेदार, दिलचस्प और यात्रा के लायक बनाते हैं, कभी पिता कि तरह सख्त तो कभी माँ जैसी कोमल हृदय की तरह किरदार निभाते हैं।
आपने मुझे जीवन के सबसे अनमोल तोहफ़े दिए हैं। जो वाकई मैं लिखने के काबिल नहीं शायद मेरे पन्ने भर जाए, हाँ एक शब्द कहूँगा जो कुछ भी प्राप्त किया है उसका ऋणी हूँ।
आप जैसा अद्भुत भाई सूर्य के किरण की तरह हैं। जो खुद तप कर हमे प्रकाश की ओर ले जाने का काम करते हैं ,मेरा जीवन हमेशा ख़ुशी और जादुई क्षणों की एक श्रृंखला रहा है, मैं स्वयं छोटा भाई बनकर आपके घनिष्ठ परिवार में एक हिस्सा बनने के लिए आभार प्रिय! जो मेरे जीवन में यह कभी न ख़त्म होने वाली ख़ुशी है, और वादा करता हूँ मैं आपको हमेशा अंत तक निश्चित रूप से प्यार करूंगा!!