उत्तर प्रदेशमहराजगंज

इंडो नेपाल बॉर्डर पर हो रही जबरदस्त तस्करी, सोशल मीडिया पर कई दिनों से दो वीडियो हो रहा वायरल

महराजगंज जिले में निचलौल तहसील क्षेत्र में स्थित इंडो-नेपाल बॉर्डर पर तस्करी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कुछ संदिग्ध वाहनों को सीमा पार करते हुए देखा जा सकता है, जिससे यह संदेह उत्पन्न हो रहा है कि इलाके में अवैध रूप से तस्करी की गतिविधियां हो रही हैं।

                  गड़ौरा-लक्ष्मीपुर मार्ग

यह मामला इंडो-नेपाल सीमा के नजदीक ठूठीबारी, चौकी लक्ष्मीपुर, चौकी शीतलपुर, निचलौल थाना और चौकी बहुवार क्षेत्र से जुड़ा बताया जा रहा है। हालाँकि, इस वीडियो की पुष्टि किसी आधिकारिक सूत्र द्वारा नहीं की गई है, और न ही यह स्पष्ट हो पाया है कि यह वीडियो कब और कहाँ का है।

जब इस संबंध में कस्टम अधीक्षक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर प्रसारित इस वीडियो की गहन जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि वीडियो की प्रामाणिकता साबित होती है और इसमें तस्करी की गतिविधियाँ पाई जाती हैं, तो दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सख्त किया जाएगा।

इंडो-नेपाल बॉर्डर पर तस्करी की घटनाएँ पहले भी सामने आती रही हैं। यह इलाका संवेदनशील माना जाता है क्योंकि यहाँ से कई प्रकार के प्रतिबंधित सामानों, नकली मुद्रा, नशीले पदार्थों और अन्य अवैध वस्तुओं की तस्करी की संभावनाएँ बनी रहती हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, कई बार तस्कर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की नाक के नीचे से सामान पार करवा देते हैं। कई बार यह भी देखा गया है कि तस्कर ऐसे मार्गों का उपयोग करते हैं जहाँ निगरानी कम होती है। इसी वजह से प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं कि सुरक्षा चूक के कारण ऐसी घटनाएँ कैसे हो रही हैं।

इंडो-नेपाल बॉर्डर पर तस्करी की घटनाएँ कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो ने इस गंभीर मुद्दे को एक बार फिर उजागर कर दिया है। प्रशासन की ओर से त्वरित कार्रवाई के संकेत दिए गए हैं, लेकिन यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस मामले में वास्तविक रूप से कितनी कठोर कार्रवाई की जाती है। यदि वीडियो में दिखाई गई गतिविधियाँ सही पाई जाती हैं, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
.site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}