आषाढ़ पूर्णिमा एवं गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर 132 वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का किया गया आयोजन
वाल्मीकिनगर – भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित संगम तट के बेलवा घाट परिसर में आषाढ़ पूर्णिमा एवं गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर 132 वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
अंतरराष्ट्रीय न्यास स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि साधक बालक दास बाबा, विशिष्ट अतिथि ग्राम पंचायत राज जीमरी नौतनवां के मुखिया खूब लाल बड़घड़िया, निर्माता एचेल थारू, समाजसेवी संगीत आनंद, राष्ट्रीय अध्यक्षा अंजु देवी, अभिनेता सोनू चौधरी, यूट्यूबर जयदेव कुमार, निर्माता अरविंद अकेला, सिपाही रोशन कुमार,स्वास्थ्य कर्मी कुमारी संगीता, सत्येंद्र सिंह, एवं सुमन देवी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके किया।
संबोधन के क्रम में मुख्य अतिथि साधक बालक दास ने कहा कि आज की महा आरती गुरु पूर्णिमा पर केंद्रित है। आज का दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा अर्चना के लिए विशेष माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि आषाढ़ पूर्णिमा को पवित्र नदी में स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। मित्र देश नेपाल के त्रिशूली नदी में लैंड स्लाईड की चपेट में आए बस हादसे में काल के गाल में समा गए 63 यात्रियों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए उपस्थित भक्तों ने 2 मिनट का मौन रखा। उपस्थित भक्तों ने शोक संवेदनाएं व्यक्त की। विशिष्ट अतिथि मुखिया खूबलाल ने कहा कि गंडक नदी के संगम तट पर महा आरती का आयोजन एक ऐतिहासिक पहल है।
इस महा आरती कार्यक्रम द्वारा प्राकृतिक धरोहरों की रक्षा करने का संकल्प लिया जाता है। निर्माता एचेल थारू ने कहा कि हर दिन लावारिस दिव्यांग जनों को एस एस एस ट्रस्ट द्वारा भोजन प्रदान किया जाता है। विभिन्न महा आरती कार्यक्रमों में दूर-दूर के पर्यटक भी भाग लेते हैं। अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन के मानचित्र पर वाल्मीकि नगर को भी लाना इस महा आरती का उद्देश्य है। कुमारी संगीता ने कहा कि मानवता और पर्यावरण संरक्षण संवर्धन के निमित्त संस्था का हर अभियान और कार्यक्रम काबिले तारीफ है। यूट्यूबर सोनू चौधरी एवं जयदेव कुमार ने कहा कि नवोदित प्रतिभाशाली कलाकारों को इस मंच के माध्यम से एक बड़ा प्लेटफार्म दिया जा रहा है।
समाज सेवी संगीत आनंद ने कहा कि जिसके जीवन में गुरु नहीं होता, उसका जीवन शुरू नहीं होता। समस्त गुरुजनों को हम गुरु पूर्णिमा के मौके पर चरण स्पर्श करते हैं। भजन गायक नंद महतो ,हिरवंती देवी, राजा कुमार, हिरिमती देवी, एवं चंद्रावती देवी ने समवेत स्वर में कई भजनों को प्रस्तुत किया। आचार्य पंडित अनिरुद्ध द्विवेदी ने कथा पूजा और हवन के माध्यम से विश्व शांति की कामना की। रुद्र नेचुरल शहद एवं साबुन उद्योग के सत्येंद्र सिंह और सुमन देवी को रोज़गार सृजन हेतु सम्मानित किया गया। मुखिया खूब लाल बड़घड़िया को सप्त चंडी ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष बालकदास बाबा ने नारायणी गंडकी सम्मान से सम्मानित किया। कुमारी संगीता ,निर्माता एचेल थारू, समेत कई विशिष्ट व्यक्तित्व सम्मानित किए गए। संयुक्त रूप से सभी भक्तों ने मिलकर अंग वस्त्रम द्वारा साधक बालक दास बाबा को सम्मानित किया,और गुरु पूर्णिमा की सार्थकता को सिद्ध किया। संचालन संगीत आनंद ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन थरुहट के सोनू चौधरी एवं जयदेव कुमार ने किया। स्वास्थ्यकर्मी कुमारी संगीता द्वारा महाप्रसाद की व्यवस्था की गई । इस मौके पर दिनेश पटवारी, चंदेश्वर महतो, बलिराम पटेल, शिव शिष्या पिंकी देवी, सीताराम शर्मा, कामेश्वर श्रीवास्तव, सिपाही रोशन कुमार, गायक नंद महतो, चंद्रावती देवी, मानती देवी, जानकी देवी एवं तूफानी ठाकुर की भूमिका सराहनीय रही। शांति मंत्र द्वारा कार्यक्रम को विराम दिया गया।