अहिल्याबाई होल्कर की जयंती पर जदयू महिला प्रकोष्ठ अतर्रा ने मनाया भव्य एवं प्रेरणादायक कार्यक्रम
ज्योति मौर्य की अगुवाई में हुआ आयोजन, जिला अध्यक्ष उमाकांत सविता ने की अध्यक्षता

अतर्रा (बांदा), 31 मई — जनता दल यूनाइटेड (जदयू) महिला प्रकोष्ठ नगर अतर्रा की नगर अध्यक्ष ज्योति मौर्य के नेतृत्व में आज जदयू कार्यालय में अहिल्याबाई होल्कर की जयंती बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जदयू जिला अध्यक्ष उमाकांत सविता ने की जबकि संयोजक ज्योति मौर्य थीं। कार्यक्रम की शुरुआत अहिल्याबाई होल्कर के चित्र पर दीप प्रज्वलन और पुष्प अर्पित करने के साथ हुई।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि काशी प्रसाद याज्ञिक, जिला अध्यक्ष जदयू नगर विकास प्रकोष्ठ, ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर का जीवन नारी सशक्तिकरण, समर्पण और कुशल प्रशासन का प्रेरक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि जदयू का मिशन भी समाज के कमजोर वर्गों और महिलाओं को सशक्त बनाना है, जिससे सामाजिक समरसता और विकास सुनिश्चित हो सके।
जदयू पिछले वर्षों से प्रदेश और जिले में विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनेक कार्यक्रम चला रही है। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जदयू द्वारा चलाए गए अभियान, गरीब परिवारों की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने की पहल और स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन यहां के समाज में बेहतर बदलाव लाने में सहायक रहा है।
जदयू के सक्रिय सदस्य शिवम रैकवार, रूपा देवी और सोमदत्त बाजपेई ने भी अपने विचार रखे और पार्टी के विभिन्न सामाजिक अभियानों का उल्लेख करते हुए महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया।
ज्योति मौर्य ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर जैसी महान विभूतियां हर महिला के लिए प्रेरणा स्रोत हैं, जिनसे सीख लेकर महिलाएं अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाएं और समाज में सम्मान का स्थान प्राप्त करें।
उमाकांत सविता ने पार्टी की ओर से महिलाओं के लिए निरंतर जन जागरूकता अभियान, प्रशिक्षण और नेतृत्व विकास कार्यक्रम चलाने की बात कही। उन्होंने कहा कि जदयू प्रदेश और जिले में महिलाओं को संगठित कर उनके अधिकारों और सामाजिक न्याय के लिए काम कर रही है।
इस अवसर पर जदयू जिला उपाध्यक्ष (दिव्यांग प्रकोष्ठ) भारत लाल कुशवाहा, सक्रिय सदस्य रामकिशोर, लालू, नरेश, राममिलन व गोविंद प्रसाद भी मौजूद रहे।
इस आयोजन में उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं ने अहिल्याबाई के आदर्शों को आत्मसात करने और नारी सम्मान व सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने का संकल्प लिया। इस कार्यक्रम ने जदयू की नारी शक्ति को मजबूती देने के साथ-साथ सामाजिक चेतना जागरूक करने में अहम भूमिका निभाई।